Monday, August 13, 2012

वक़्त

भागता दौड़ता वक़्त
बहुत ही मिन्नतों से
एक पल के लिए आया था
मेरी मुट्ठी में
ठीक किसी गीले बादल सा
और छोड़ गया
अपनी नमी मेरी हथेलियों से
आँखों की उपरी पलकों में
न जाने कहाँ गया
वह छोटे से
हसीन वक़्त का
  छोटा सा टुकड़ा !!!!

रंजना (रंजू ) भाटिया .
१३ अगस्त १२

22 comments:

सदा said...

बहुत ही बढिया ...

ANULATA RAJ NAIR said...

यही टुकड़ा बाद में एक मीठी याद बन जाएगा...

सुन्दर ख़याल !!!!
अनु

India Darpan said...

बहुत ही शानदार और सराहनीय प्रस्तुति....
बधाई

इंडिया दर्पण
पर भी पधारेँ।

somali said...

beautiful...........

Maheshwari kaneri said...

बहुत बढ़िया प्रस्तुति..

Rajesh Kumari said...

आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार १४/८/१२ को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी आपका स्वागत है|

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

Gaagar men saagar sa bhav.

............
कितनी बदल रही है हिन्‍दी !

विभूति" said...

behtreen rachna prstuti....

प्रवीण पाण्डेय said...

ऐसे ही छोटे छोटे पलों को संजों ले हम..

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' said...

वाह...सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

बहुत बढ़िया शानदार प्रस्तुति,,,,,

स्वतंत्रता दिवस बहुत२ बधाई,एवं शुभकामनाए,,,,,
RECENT POST ...: पांच सौ के नोट में.....

शिवनाथ कुमार said...

वक्त तो चला जाता है, मगर यादें साथ रह जाती हैं ...
सुंदर रचना !

वाणी गीत said...


वक़्त का हसीं टुकड़ा ,
फिसल जाता है हाथ से पानी की बूँद सा !

सुरेन्द्र "मुल्हिद" said...

beautiful expressions

Sanju said...

Very nice post.....
Aabhar!
Mere blog pr padhare.

***HAPPY INDEPENDENCE DAY***

दिगम्बर नासवा said...

वक्त का टुकड़ा ...
कभी हाथों में रुक सका है वक्त ... फिसल जाता है चुपके से और पता भी नहीं चलता ...

संजय कुमार चौरसिया said...

बहुत ही शानदार और प्रस्तुति....
बधाई

Alpana Verma said...

वक्त का छोटा सा हसीन टुकड़ा ...
बहुत खूबसूरत कविता !

Arvind Mishra said...

बहुत महीन भाव -कुछ कह सा गया

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

वाह भई रंजू जी बहुत बढ़ि‍या

डा. गायत्री गुप्ता 'गुंजन' said...

वक़्त बेरहम है,
किसी का नहीं होता...

मेरा मन पंछी सा said...

सुन्दर भाव लिए रचना...
:-)